– संसद हमले के बाद के मिशन पर आधारित एक सच्ची कहानी। – BSF कमांडेंट नरेंद्र नाथ धर दुबे की दो साल लंबी संघर्षगाथा।

फिल्म की थीम

– बिना ज़्यादा संवादों के दमदार परफॉर्मेंस। – एक शांत, पर दृढ़ अफसर की भूमिका।

Emraan Hashmi का रोल

– न कोई ज़रूरत से ज़्यादा एक्शन, न ज़ोरदार नारेबाज़ी। – रियलिज़्म और इमोशन की खूबसूरत बैलेंस।

देशभक्ति बिना ज़्यादा ड्रामा

– साई तम्हणकर ने निभाया पत्नी का सशक्त रोल। – एक सैनिक के परिवार की पीड़ा को दिखाया गया।

परिवार की छाया

– कश्मीरी युवक हुसैन की कहानी – आतंकवाद से विश्वास की ओर। – बदलाव की उम्मीद और भरोसे की मिसाल।

युवाओं की कहानी

– तेजस प्रभा का सिंपल लेकिन रियल डायरेक्शन। – कश्मीर की वादियों में छुपा तनाव, कैमरे में कैद।

डायरेक्शन और सिनेमैटोग्राफी

– अगर आप 'रियल देशभक्ति' चाहते हैं, तो ये फिल्म ज़रूर देखें। – Ground Zero एक गंभीर लेकिन सच्ची फिल्म है – बिना चिल्लाए देश के हीरो को सलाम करती है।

देखना चाहिए या नहीं?